
The life transforming experience of stillness, expansion & beauty at Leh is unique.
September 2018 Advanced Meditation Program at Leh with Rishi Nityapragyaji
LEH OPTIONAL TOUR PACKAGE INCLUDES 2 DAYS of TRIP TO PANGONG , KHARDUNGLA PASS, ALCHI MONASTERY and many more serene places.
Contact : +91 8149220269

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Sanjeev / Shalabh / Suman / Rajan / Amita
9871292714 / 9313009817 / 9999101128 / 9717296220 / 9871030540
Organizing team, AoL Dwarka
sanjeevjuneja.aol@gmail.com
Sung by Rishi Nityapragya, a senior teacher of The Art of Living. The song was composed by Saint Kabir, and made popular by Kailash Kher.
Rishiji singing this song of love, dedicated to Guruji Sri Sri Ravi Shankar ji
Bhajan Lyrics
…आज मेरे पिया घर आयेंगे
चौक पुराओ, माटी रंगाओ, आज मेरे पिया घर आयेंगे
हे री सखी मंगल गाओ री, धरती अंबर सजाओ री
उतरेगी आज मेरे पी की सवारी
हे री कोई काजल लाओ री, मोहे काला टीका लगाओ री
पी की छवि से भी हूं मैं तो प्यारी
…नज़र उतारो, आज मेरे पिया घर आयेंगे
चौक पुराओ, माटी रंगाओ, आज मेरे पिया घर आयेंगे
रंगों से रंग मिले, नये नये ढंग खिले
खुशी आज द्वार मेरे डाले है डेरा
पिहू पिहू पपीहा रटे, कुहू कुहू कोयल जपे
आंगन आंगन है परियों ने घेरा
अनहद नाद बजाओ री सब मिल, आज मेरे पिया घर आयेंगे
आज मेरे पिया घर आयेंगे
गोविंद श्याम राधे कृष्णः
कृष्ण गोविंदा, गोविंदा गोविंदा
गोविंद श्याम राधे कृष्णः
गोविंद गोविंद परमानंद आनंदा
यशोदा का आनंद कृष्णः
नंद लालना कृष्णः मनमोहना कृष्णः
केशवा माधवा यदुनंद नंदना
कृष्णः गोविंदा, गोविंदा गोविंदा…
गोपाला, गोपाला, श्याम गोपाला
मुरली गान लोला, गोपी गोपाला
देवकी नंदन सुंदर वेणु गोपाला
राधे राधे राधे राधे, राधे गोपाला More...